अक्सर पूछे जाने वाले सवाल: ज़्यादा जवाब, कम संदेह
प्यूबर्टी से सभी लोग गुज़रते हैं! यह एक शारीरिक परिवर्तन है जो आपके वयस्क होने पर होता है, आमतौर पर यह 10-14 साल की उम्र के बीच होता है। एक लड़की के तौर पर, आपको पता चल जाएगा कि आप प्यूबर्टी से गुज़र रही हैं, जब आप अपने शरीर में बदलाव महसूस करेंगी, जैसे आपकी कमर का आकार बदलेगा, स्तन बढ़ेंगे, और ज़ाहिर सी बात है कि आपका पहला पीरियड आएगा।
पीरियड आपके मासिक चक्र का आखिरी भाग होता है। स्टेज 1 में आपका शरीर प्रेग्नेंसी की तैयारी के लिए रक्त से भरपूर सेल बनाता है। स्टेज 2 ओव्यूलेशन है। स्टेज 3 रक्त से भरपूर झिल्ली को शरीर से निकालना है, यही आपका पीरियड कहलाता है। स्टेज 4 आपके पीरियड की अवधि है, जो आमतौर पर 3-7 दिन होती है। फिर यह साइकिल वापस से शुरू हो जाती है (जब तक कि आप प्रेग्नेंट नहीं होतीं)।
हर कोई अलग होता है, लेकिन आमतौर पर पीरियड्स 10-14 साल की उम्र के बीच शुरू होते हैं, और लगभग 50% लड़कियों का पीरियड 12 साल की उम्र तक शुरू हो जाता है। अगर आपके पीरियड्स आपकी सहेलियों से पहले या बाद में शुरू होते हैं, तो चिंता न करें—यह बिल्कुल सामान्य है!
ज़्यादातर लड़कियों और महिलाओं में पीरियड्स लगभग 5-7 दिनों तक चलते हैं, और लगभग एक महीने में एक बार पीरियड आता है। पीरियड आने के कुछ सालों के बाद, आपका शरीर एक पैटर्न अपना लेगा और आप समझ जाएँगी कि आपको कितने दिनों तक ब्लीडिंग हो सकती है। अगर आप देखते हैं कि आपका पीरियड समय पर नहीं आता है, या अगर यह 7 दिनों से ज़्यादा समय तक चलता है, तो अच्छा होगा अगर आप अपने डॉक्टर से बात करें।
यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आपको अपने पीरियड के दौरान निश्चित ही बेहतर महसूस होगा। गर्म पानी से नहाना या गर्म पानी की बॉटल से आराम मिलता है - गर्मी से पूरे शरीर की ऐंठन और दर्द से आराम मिलता है। PMS के लक्षण के तौर पर कई लड़कियों को सूजन का सामना करना पड़ता है, इसके निपटने के लिए एक्टिव रहना और अच्छा खाना भी ज़रूरी है। अगर आपको लगता है कि किसी भी चीज़ से आपको बेहतर महसूस नहीं हो रहा है, या दर्द से आप स्कूल के काम पर असर पड़ रहा है या दूसरे कामों में भी आपका मन नहीं लग पा रहा है, तो आप हमेशा अपने गायनेकोलॉजिस्ट (स्त्री रोग विशेषज्ञ) या डॉक्टर से दूसरे ट्रीटमेंट के बारे में बात कर सकती हैं।
आपको अपने फ्लो के हिसाब से अपना पैड बदलना चाहिए। ऐसा लग सकता है कि आपको अपने पीरियड के दौरान बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग होती है, लेकिन एक औसत पीरियड के दौरान ज़्यादातर लड़कियों को आमतौर पर 4 से 12 चम्मच ब्लीडिंग होती है। आपके पीरियड के पहले 1-2 दिनों में, आपको ज़्यादा ब्लीडिंग हो सकती है और आपको पैड ज़्यादा बार बदलना पड़ सकता है। अगर आप ज़्यादा सोखने की क्षमता वाले पैड का इस्तेमाल कर रहीं हैं, तो आप इन्हें 8 घंटे तक इस्तेमाल का सकती हैं। जैसे रात को सोते समय।
योनि (वेजाइना) से डिस्चार्ज हर महिला को होता है और यह आपकी योनि को साफ और स्वस्थ रखने का आपके शरीर का एक तरीका है। आप देखेंगे कि पूरे महीने में डिस्चार्ज के रंग में बदलाव होता है और देखने में अलग होता है, और सामान्य डिस्चार्ज रंगहीन से पीले रंग का होता है और इसमें कोई गंध नहीं होती है। अगर आपको कोई बदलाव दिखाई देता है या अगर आपको लगता है कि आपका डिस्चार्ज सामान्य नहीं है, तो आप अपने डॉक्टर से पूछ सकते हैं।
प्यूबर्टी से सबके ब्रेस्ट पर एक जैसा असर दिखाई नहीं देता है। कुछ लड़कियों के कप का आकार बहुत ज़्यादा बड़ा हो जाता है जबकि दूसरी लड़कियों को बहुत कम बदलाव नज़र आ सकता है। ध्यान देने वाली ज़रूरी बात यह है कि हर लड़की अलग होती है, और कोई "परफेक्ट" कप साइज़ नहीं होता है। कुछ लड़कियों को प्यूबर्टी के दौरान ब्रेस्ट में दर्द या ज़्यादा संवेदनशील भी महसूस होते है -ऐसा दर्द होना, या दर्द न होना, दोनों सामान्य है।
प्यूबर्टी एक ऐसा समय होता है जब आपके शरीर में बहुत सारे बदलाव हो रहे होते हैं, इसलिए ऐसा हो सकता है कि आप थोड़ा असहज, शर्मीलापन या मूडी महसूस करें। बस इतना समझ लें कि यह पूरी तरह से सामान्य है। और जहाँ हर युवती में यह बदलाव अपने समय पर होते हैं, अपने अनुभव को अपने दोस्तों को बताना अच्छा होता है। आपको यह जानकर अच्छा लगेगा कि आप अकेले नहीं हैं। अपने अनुभव बताने से आप दोनों के लिए बड़े बदलावों के इस समय से गुजरना आसान हो सकता है।
कुछ लड़कियाँ अपने पीरियड्स के दौरान बिल्कुल सामान्य महसूस करती हैं, जबकि कई लड़कियों को पीरियड्स में ऐंठन जैसा बहुत ज़्यादा दर्द होता है। कुछ लड़कियों में PMS के बहुत कम लक्षण हो सकते हैं, जबकि कई लड़कियों को थकान, ब्लोटिंग और ज़्यादा भावुक होना जैसी चीज़ें महसूस हो सकती हैं। यह याद रखना ज़रूरी है कि हर व्यक्ति अलग है और आप खुद भी महीने-दर-महीने अलग-अलग चीज़ें महसूस कर सकते हैं।
स्वस्थ भोजन और व्यायाम जैसी चीज़ें आपको बेहतर महसूस करने में मदद कर सकती हैं, चाहें आप अपने मासिक चक्र के किसी भी समय पर हों। इन चीज़ों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की कोशिश करें और देखें कि ऐसा करके आपको कैसा महसूस होता है!
आमतौर पर हवा के संपर्क में आने पर, मतलब आपके शरीर से बाहर निकलने पर मेंस्ट्रुएशन के रक्त की गंध आने लगती है। आपके लिए अच्छी खबर यह है, हमारे स्टेफ्री® नैपकिन ऑडर कंट्रोल सिस्टम से बने हैं, जो गंध को रोकते हैं जिससे आपको तरोताज़ा और आत्मविश्वास से भरपूर महसूस होता है।