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स्टेफ्री® सिक्योर XL अल्ट्रा-थिन

100% गीलापन सोखने की क्षमता के साथ^ मोटाई में रेगुलर नैपकिन से आधा*

पैड लचीला है, और यह आपके शरीर पर अच्छे से फिट हो जाता है, ताकि आप लीकेज की चिंता किए बिना सुरक्षित रह सकें।

*बनाम स्टेफ्री® सिक्योर रेगुलर | ^तकनीकी डेटा पर आधारित

स्टेफ्री® सिक्योर XL अल्ट्रा-थिन

  • 280mm की लंबाई के साथ ज़्यादा बड़ा

  • अल्ट्रा थिन: बेहतर कवरेज और एडहेशन सिस्टम* के साथ

  • अलग-अलग पैक किए गए पैड: रखने और फेंकने में आसान

*बनाम ओल्ड स्टेफ्री® सिक्योर अल्ट्रा ड्राय, 240mm प्रॉडक्ट

Gel Lock Technology

जेल लॉक टेक्नोलॉजी

जो भारी स्त्राव को जेल में बदल देताी है और उसे अंदर लॉक करती है

Stayfree Odour Control

ऑडर कंट्रोल

आपको तरोताज़ा महसूस कराता है

Stayfree Leak Lock Technology

ड्राय कवर

जो आपको बेहतर सूखापन देता है

इस्तेमाल करने के निर्देश

स्टेप 1

पैड के पीछे से रिलीज़ पेपर को निकालें

स्टेप 2

पैड को पैंटी पर मज़बूती से चिपका दें

स्टेप 3

विंग्स से रिलीज़ पेपर को निकालें

स्टेप 4

इन्हें पैंटी के दोनों ओर पीछे मोड़कर मज़बूती से दबाएँ

स्टेप 5

इस्तेमाल किए हुए नैपकिन को कागज़ में लपेट कर डस्टबिन में फेंक दें।

नोट: फ्लश न करें

स्टेफ्री® सिक्योर XL अल्ट्रा-थिन

स्टेफ्री® XL अल्ट्रा थिन 50% पतला है और गीलेपन को 100% तक लॉक करता है। यह आपके शरीर पर अच्छे से फिट हो जाता है और आपको पैड का एहसास भी नहीं होने देता है।

यह सिर्फ आपका पीरियड है, अपने काम पर ध्यान दें | स्टेफ्री® XL अल्ट्रा थिन

जब बात आपके जूनून को पूरा करने की आती है, तो इसके लिए अपना 100% प्रतिशत देने के रास्ते में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए, यहाँ तक कि आपका पैड भी नहीं। इसलिए नया स्टेफ्री XL अल्ट्रा थिन 50% पतला है और आपको 100% तक फ्लूइड लॉक देता है। यह आपके शरीर पर अच्छे से फिट हो जाता है और आपको पैड का एहसास भी नहीं होने देता है। तो आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं? #अपने काम पर ध्यान दें, अपने पैड पर नहीं।

पीरियड ब्लॉग

Signs of puberty
प्यूबर्टी

प्यूबर्टी

प्यूबर्टी बचपन से वयस्कता में कदम रखने की एक ज़रूरी स्टेज है। प्यूबर्टी के दौरान, आपके शरीर में बहुत सारे बदलाव होते हैं, जो लड़कियों में 10 से 14 साल की उम्र के बीच होते हैं।

Checklist for Women's hygiene routine
पीरियड्स दौरान

मेंस्ट्रुअल साइकिल (मासिक धर्म) की स्टेज और बहुत कुछ

मेंस्ट्रुअल साइकिल में चार फेज़ होते हैं और 24 से 38 दिनों के बीच खत्म होते हैं। आइए जानें कि हर फेज़ शरीर पर किस तरह असर करता है

प्यूबर्टी

बेटी के साथ पीरियड के बारे में बातचीत करना

अपनी बेटी से बात करें कि पीरियड आना सामान्य है और स्वस्थ होने की निशानी है। अपनी बेटी से मेंस्ट्रुएशन साइकिल के बारे में बात करने के लिए यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं ताकि पीरियड को लेकर समाज में जो गलत धारणाएँ हैं, उन्हें बदला जा सके।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

ज़्यादा जवाब, कम संदेह

सभी अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्यूबर्टी से सभी लोग गुज़रते हैं! यह एक शारीरिक परिवर्तन है जो आपके वयस्क होने पर होता है, आमतौर पर यह 10-14 साल की उम्र के बीच होता है। एक लड़की के तौर पर, आपको पता चल जाएगा कि आप प्यूबर्टी से गुज़र रही हैं, जब आप अपने शरीर में बदलाव महसूस करेंगी, जैसे आपकी कमर का आकार बदलेगा, स्तन बढ़ेंगे, और ज़ाहिर सी बात है कि आपका पहला पीरियड आएगा।

पीरियड आपके मासिक चक्र का आखिरी भाग होता है। स्टेज 1 में आपका शरीर प्रेग्नेंसी की तैयारी के लिए रक्त से भरपूर सेल बनाता है। स्टेज 2 ओव्यूलेशन है। स्टेज 3 रक्त से भरपूर झिल्ली को शरीर से निकालना है, यही आपका पीरियड कहलाता है। स्टेज 4 आपके पीरियड की अवधि है, जो आमतौर पर 3-7 दिन होती है। फिर यह साइकिल वापस से शुरू हो जाती है (जब तक कि आप प्रेग्नेंट नहीं होतीं)।

हर कोई अलग होता है, लेकिन आमतौर पर पीरियड्स 10-14 साल की उम्र के बीच शुरू होते हैं, और लगभग 50% लड़कियों का पीरियड 12 साल की उम्र तक शुरू हो जाता है। अगर आपके पीरियड्स आपकी सहेलियों से पहले या बाद में शुरू होते हैं, तो चिंता न करें—यह बिल्कुल सामान्य है!

ज़्यादातर लड़कियों और महिलाओं में पीरियड्स लगभग 5-7 दिनों तक चलते हैं, और लगभग एक महीने में एक बार पीरियड आता है। पीरियड आने के कुछ सालों के बाद, आपका शरीर एक पैटर्न अपना लेगा और आप समझ जाएँगी कि आपको कितने दिनों तक ब्लीडिंग हो सकती है। अगर आप देखते हैं कि आपका पीरियड समय पर नहीं आता है, या अगर यह 7 दिनों से ज़्यादा समय तक चलता है, तो अच्छा होगा अगर आप अपने डॉक्टर से बात करें।

यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आपको अपने पीरियड के दौरान निश्चित ही बेहतर महसूस होगा। गर्म पानी से नहाना या गर्म पानी की बॉटल से आराम मिलता है - गर्मी से पूरे शरीर की ऐंठन और दर्द से आराम मिलता है। PMS के लक्षण के तौर पर कई लड़कियों को सूजन का सामना करना पड़ता है, इसके निपटने के लिए एक्टिव रहना और अच्छा खाना भी ज़रूरी है। अगर आपको लगता है कि किसी भी चीज़ से आपको बेहतर महसूस नहीं हो रहा है, या दर्द से आप स्कूल के काम पर असर पड़ रहा है या दूसरे कामों में भी आपका मन नहीं लग पा रहा है, तो आप हमेशा अपने गायनेकोलॉजिस्ट (स्त्री रोग विशेषज्ञ) या डॉक्टर से दूसरे ट्रीटमेंट के बारे में बात कर सकती हैं।

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